Sunday, December 26, 2010
Saturday, December 25, 2010
वो जाने इसे क्या नाम दे.......

हम कब इंकार करते है
वो जाने इसे क्या नाम दे
हम तो इसी को प्यार कहते है
लोग हमें उनसे जुदा कहते है
हम इन्ही अदाओ को वफ़ा कहते है
हम जीन्दगी उन्हें ही अदा कहते है
और उन्हें ही अपना खुदा कहते है
लोग कहते है हम पागल है उस खुदा के लिए
हम भी तो इकरार करते है
वो जाने इसे क्या नाम दे
हम तो इसी को प्यार कहते है
अल्फाजे ढूंढ रही हूँ
तेरे लिए क्या लिखू कुछ बाते ढूंढ रही हूँ
अतीत में से धुंधला गई कुछ यादे ढूंढ रही हूँ
वो कौन सा शब्द कहू जो तेरे प्यार के काबिल बन जाये
क्या बोल के सजदा करू तेरा वो अल्फाजे ढूंढ रही हूँ
किस रस्ते पर कदम बढ़ाऊ जो मंजिल तुझे बना दे
वो कश्ती भी तो नज़र न आये जो साहिल से मिला दे
मेरी दुआओं में बस एक बार असर हो जाये
वो फरियादे ढूंढ रही हूँ
वो रिश्ते ढून्ढ रही हूँ वो नाते ढूंढ रही हूँ
कर न सके जो वो मुझसे मै वो वादे ढूंढ रही हूँ
क्या बोल के सजदा करू तेरा वो अल्फाजे ढूंढ रही हूँ
Friday, December 24, 2010
हम जिनकी बाते करते है.......
वो विश्वाश की बाते करते है
हम उनकी बाते करते है
दिल तोड़ के भी अनजान है वो
हम जिनकी बाते करते है
कभी मासूमियत से मुस्काते है
तो कभी हसते और हसाते है
मेरी हर ख़ुशी का फरमान है वो
हम उनकी बाते करते है
फिर भी क्यों अनजान है वो
हम जिनकी बाते करते है
वो तकरार की बाते करते है
जब हम प्यार की बाते करते है
हम इकरार की बाते करते है
वो इंकार की बाते करते है
मेरी इकरार वही मेरा प्यार है वो
हम उनकी बाते करते है
मेरी छोटी सी दुनिया पूरा संसार है वो
हम जिनकी बाते करते है
हम उनकी बाते करते है
दिल तोड़ के भी अनजान है वो
हम जिनकी बाते करते है
कभी मासूमियत से मुस्काते है
तो कभी हसते और हसाते है
मेरी हर ख़ुशी का फरमान है वो
हम उनकी बाते करते है
फिर भी क्यों अनजान है वो
हम जिनकी बाते करते है
वो तकरार की बाते करते है
जब हम प्यार की बाते करते है
हम इकरार की बाते करते है
वो इंकार की बाते करते है
मेरी इकरार वही मेरा प्यार है वो
हम उनकी बाते करते है
मेरी छोटी सी दुनिया पूरा संसार है वो
हम जिनकी बाते करते है
Thursday, December 23, 2010
आप कहते हैं जो ऐसा तो सच कहा कहते हैं
ग़ैर क्या जानिए क्यों मुझको बुरा कहते हैं
आप कहते हैं जो ऐसा तो सच कहा कहते हैं
वाकई तेरे इस अन्दाज को क्या कहते हैं
ना वफ़ा कहते हैं जिस को ना ज़फ़ा कहते हैं
हो जिन्हे शक, वो करें और खुदाओं की तलाश
हम तो उन्ही को अपना खुदा कहते हैं
शिकवा करें भी तो करें किस दिल से
हम खुद अपने को भी अपने से जुदा कहते हैं
लोग जो कुछ भी कहें तेरी बेरुखी को
हम तो इन बातों अच्छा ना बुरा कहते हैं
तो तुम जान जाते हम क्या सोचते है
जो लहरों से आगे नजर देख पाती
तो तुम जान जाते हम क्या सोचते है
वो आवाज अगर तुम्हे भेद जाती
तो तुम जान जाते हम क्या सोचते है
जिद का तुम्हारे जो पर्दा सरकता
खिडकियों से आगे जो तुम देख पाते
आँखों से जो आदतों के पलके हटाते
तो तुम जन जाते की हम क्या सोचते है
जो कुछ दूर तुम साथ आते
जरा सा रंग सपनों - में जो सजाते
तो तुम जन जाते हम क्या सोचते है
जो लहरों से आगे नजर देख पाती
तो तुम जान जाते .......
Monday, December 20, 2010
वो जितनी दूर हमसे जाने की कोशिश करते है........
हम उससे कही ज्यादा उन्हें भुलाने की कोशिश करते है
एक बार करीब आकर तो वो देखे जरा
की हम खुद को कैसे जलाने की कोशिश करते है
ढूंढते है उन्हें हम कभी कभी किताबो में
तो कभी आइना बनाने की कोशिश करते है
एक बार करीब आकर तो वो देखे जरा
की हम खुद को कैसे जलाने की कोशिश करते है
जब जिस भी पल हम हसते है उन्हें ही सोचा करते है
कभी हस कर उन्हें हँसाने
तो कभी अपनी ख़ामोशी से उन्हें मनाने की कोशिश करते है
की हम खुद को कैसे जलाने की कोशिश करते है
ढूंढते है हम उन्हें जाकर उन्ही गलियों में
जहा संग उनके हम जाने की कोशिश करते है
जिन रिश्तो को उन्होंने कभी जाना भी नहीं
हम उन्ही रिश्तो को निभाने की कोशिश करते है
एक बार करीब आकर तो वो देखे जरा
की हम खुद को कैसे जलाने की कोशिश करते है
इश्क दर्द इबादत वो कहते है की बेकार की बाते है
और हम बस चुप रहकर अपना दर्द उन्हें समझाने की कोशिश करते है उनसे अपने सपने सजाने की कोशिश करते है ......
सपनो में संग जींदगी बिताने की कोशिश करते है .....
इस कदर दर्द छिपाए है पलकों में अपने की .....
उन्हें देख कर मुस्कुराने की कोशिश करते है...... हम जानते है जींदगी और सपनो के बीच की हकीकत को
फिर भी दुआओं में उन्हें को पाने की कोशिश करते है
उन्ही को पाने की कोशिश करते है .....
अब के यूँ दिल को सज़ा दी हमने
उसकी हर बात भुला दी हमने
एक-एक फूल बहुत याद आया
शाख़-ए-गुल जब वो जला दी हमने
आज तक जिस पे वो शर्माते थे
बात वो कब की भुला दी हमने
शहर-ए-जहां राख से आबाद हुआ
आग जब दिल की बुझा दी हमने
आज फिर याद बहुत आया वो
आज फिर उसको दुआ दी हमने
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