हम उससे कही ज्यादा उन्हें भुलाने की कोशिश करते है
एक बार करीब आकर तो वो देखे जरा
की हम खुद को कैसे जलाने की कोशिश करते है
ढूंढते है उन्हें हम कभी कभी किताबो में
तो कभी आइना बनाने की कोशिश करते है
एक बार करीब आकर तो वो देखे जरा
की हम खुद को कैसे जलाने की कोशिश करते है
जब जिस भी पल हम हसते है उन्हें ही सोचा करते है
कभी हस कर उन्हें हँसाने
तो कभी अपनी ख़ामोशी से उन्हें मनाने की कोशिश करते है
की हम खुद को कैसे जलाने की कोशिश करते है
ढूंढते है हम उन्हें जाकर उन्ही गलियों में
जहा संग उनके हम जाने की कोशिश करते है
जिन रिश्तो को उन्होंने कभी जाना भी नहीं
हम उन्ही रिश्तो को निभाने की कोशिश करते है
एक बार करीब आकर तो वो देखे जरा
की हम खुद को कैसे जलाने की कोशिश करते है
इश्क दर्द इबादत वो कहते है की बेकार की बाते है
और हम बस चुप रहकर अपना दर्द उन्हें समझाने की कोशिश करते है उनसे अपने सपने सजाने की कोशिश करते है ......
सपनो में संग जींदगी बिताने की कोशिश करते है .....
इस कदर दर्द छिपाए है पलकों में अपने की .....
उन्हें देख कर मुस्कुराने की कोशिश करते है...... हम जानते है जींदगी और सपनो के बीच की हकीकत को
फिर भी दुआओं में उन्हें को पाने की कोशिश करते है
उन्ही को पाने की कोशिश करते है .....
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